हर इंसान इस दुनिया में बेहतरीन नहीं होता हर किसी में कोई ना कोई कमी जरूर होती है, हर इंसान इस दुनिया में बेहतरीन नहीं होता हर किसी में कोई ना कोई कमी जरूर होती...
मुकद्दर ने हमें कभी, रुलाना नहीं छोड़ा। मुकद्दर ने हमें कभी, रुलाना नहीं छोड़ा।
सुकून तो रवानगी में था नादान थे हम, ठहराव में बाँधने चले थे। सुकून तो रवानगी में था नादान थे हम, ठहराव में बाँधने चले थे।
इसमें बद्तमीज़ी के नाम पर गुस्ताख़ी नहीं इसमें बद्तमीज़ी के नाम पर गुस्ताख़ी नहीं
उदारता खो गई है कहीं, धोखे का बाज़ार है लगाता, उदारता खो गई है कहीं, धोखे का बाज़ार है लगाता,
रास्ते देखती हैं निगाहें भी, मिलने लेकिन कहां अपने आए हैं। रास्ते देखती हैं निगाहें भी, मिलने लेकिन कहां अपने आए हैं।